एचआईवी के बारे में जागरूकता ही इसका एकमात्र समाधान : रमेश ढाका
एमएम कॉलेज ऑफ एजुकेशन में जागरूकता शिविर, विद्यार्थियों की एचआईवी जांच भी की गई
फतेहाबाद। स्वास्थ्य विभाग फतेहाबाद के एड्स कंट्रोल विभाग के सहयोग से एमएम कॉलेज ऑफ एजुकेशन के रेड रिबन क्लब द्वारा कॉलेज परिसर में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एचआईवी/एड्स को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस साल विश्व एड्स दिवस का विषय ‘लेट्स कम्यूनिटीज लीड’ यानि समुदायों को नेतृत्व करने दें, रखा गया है। इसी थीम पर आज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रेड रिबन क्लब इंचार्ज सुनीता रानी की देखरेख में आयोजित इस शिविर में स्वास्थ्य विभाग से एड्स काउंसलर फतेहाबाद रमेश ढाका, एड्स काउंसलर रतिया गुलाब सिंह ने बतौर मुख्य वक्ता भाग लिया जबकि लैब टेक्नीशियन तेज सिंह द्वारा 37 विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों का एचआईवी टेस्ट भी किया गया। कॉलेज प्राचार्या डॉ. जनक रानी ने कार्यक्रम में पहुंचे वक्ताओं का स्वागत किया।
जागरूकता कैम्प में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए एड्स काउंसलर रमेश ढाका ने एचआईवी से सावधानी, लक्षण और इलाज बारे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एचआईवी किसी से हाथ मिलाने, मच्छर के काटने या प्रयोग में लाई गई वस्तुओं और एक साथ सोने से नहीं फैलता। एचआईवी एड्स से पीडि़त लोगों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए बल्कि उनके साथ सहानुभूति रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एचआईवी एक ऐसा वायरस है, जो मनुष्य के शरीर में चला जाए तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को धीरे-धीरे कम कर देता है और एक समय बीमारियों का समूह उसे जकड़ लेता है, जिससे उसकी मृत्यु हो सकती है। उन्होंने बताया कि एड्स एक लाइलाज बीमारी है, इसलिए इससे बचाव बहुत जरूरी है। तेजी से बढ़ती इस बीमारी के बारे में जागरूकता ही एकमात्र समाधान है। उन्होंने बताया कि एचआईवी संक्रमण केवल असुरक्षित यौन संबंधों, एचआईवी मरीजों द्वारा प्रयोग में लाई गई सुई या सिरिंज के दोबारा इस्तेमाल और संक्रमित खून के चढ़ाने और गर्भवती मां से उसके बच्चे को हो सकता है। नागरिक अस्पताल में कोई भी व्यक्ति एचआईवी की मुफ्त जांच करवा सकता है।







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